Mata Vaishno Devi: वैष्णो देवी यात्रा के दौरान मलबे में दबा पूरा परिवार, इकलौते बेटे की मौत से टूटा मातम का पहाड़

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माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए निकला एक परिवार जिंदगी की सबसे बड़ी त्रासदी से टकरा गया। जम्मू-कश्मीर के कटड़ा क्षेत्र में भूस्खलन की चपेट में आए परिवार का इकलौता बेटा कार्तिक (22) हादसे में अपनी जान गंवा बैठा।


जबकि अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। कार्तिक के पिता, एक निजी कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर मिंटू कश्यप, परिवार के साथ यात्रा पर थे। घटना के बाद पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई।

हादसे का दर्द: बेटे को खो बैठा परिवार रामलीला टिल्ला निवासी मिंटू कश्यप अपनी पत्नी संगीता, बेटा कार्तिक, बेटी उमंग और रिश्तेदार वैष्णवी के साथ दर्शन को निकले थे। लेकिन मंगलवार को लौटते समय यात्रा मार्ग पर भूस्खलन हुआ, जिसमें पूरा परिवार मलबे में दब गया। गंभीर रूप से घायल कार्तिक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सपनों का अंत: देश के लिए खेलना चाहता था कार्तिक कार्तिक सिर्फ परिवार का बेटा नहीं, बल्कि उसकी उम्मीदों का केंद्र था। क्रिकेट में गहरी दिलचस्पी रखने वाला यह युवा देहरादून में प्रशिक्षण ले रहा था और भारतीय टीम में खेलने का सपना संजोए हुए था। वहीं, उसकी बहन उमंग कश्यप मेरठ से MBBS की पढ़ाई कर रही है। एक होनहार और उर्जावान युवा का ऐसे चले जाना पूरे क्षेत्र के लिए गहरा सदमा है।

परिजनों का दर्द: हादसे की खबर के साथ टूटा सन्नाटा जैसे ही हादसे की सूचना मिली, रामलीला टिल्ला स्थित आवास पर सैकड़ों लोग जमा हो गए। बघरा और अलीपुर खुर्द जैसे ग्रामीण क्षेत्रों से रिश्तेदार भी दुख साझा करने पहुंचे। हर आंख नम थी, हर चेहरा स्तब्ध।

राजनीतिक और प्रशासनिक संवेदनाएं उत्तर प्रदेश के कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल खुद पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से संपर्क कर पीड़ित परिवार को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा दिलाने की बात कही।

मंसूरपुर से भी जुड़ा था परिवार हादसे में घायल हुई 16 वर्षीय वैष्णवी, पीड़ित परिवार की रिश्तेदार है जो मंसूरपुर निवासी है। उसके पिता चीनी मिल में काम करते हैं और बेटी के साथ हुआ हादसा उनके लिए भी भारी संकट लेकर आया है।

बाबूराम बोले: भतीजे को खोना सबसे बड़ा दुख परिवार के बड़े भाई बाबूराम प्रधान ने बताया कि जब फोन पर हादसे की खबर मिली, तो यकीन कर पाना मुश्किल था। उनका कहना है कि कार्तिक जैसा होनहार बेटा खोना सिर्फ उनके नहीं, पूरे मोहल्ले का नुकसान है।

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