'एमपी अजब है, सबसे गजब है'. यह कहावत मध्य प्रदेश के बारे में यूं ही नहीं कही जाती. समय-समय यहां अजब गजब कारनामे करने वाले लोग सामने आते रहते हैं. ऐसा ही एक मामला तब सामने आया जब भिंड जिले के एक शख्स ने सीएम हेल्पलाइन में अजीब शिकायत की.
वह इस बात से नाराज था कि 15 अगस्त को उसे केवल एक ही लड्डू मिला था, जबकि उसने दो मांगे थे.
मामला भिंड जिले के मछंद थाना इलाके के नोंधा गांव का है. यहां स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में पहुंचे गांव के ही एक युवक ने कार्यक्रम के बात बांट गए लड्डू न मिलने पर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर दी. शिकायत के बाद गांव के सचिव और सरपंच कह रहे हैं कि वह जितनी चाहे उतनी मिठाई वे खुद खरीद कर खिलाएंगे.
दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार ने निचले स्तर पर समस्याओं का निपटारा न होने के चलते उनके निवारण के लिए सीएम हेल्पलाइन की शुरुआत की थी. अब उस सीएम हेल्पलाइन को ही लोगों ने मजाक बना सर रख दिया है. लड्डू के लिए की गई यह शिकायत सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.
एक लड्डू के लिए लगाई सीएम हेल्पलाइन पर कॉल
असल में, 15 अगस्त के दिन सारे देश की तरह भिंड के नौधा पंचायत में भी आज़ादी का पर्व मनाया गया. झंडा फहराया गया, राष्ट्रगान हुआ और इसके बाद नियमानुसार मिठाई बांटी गई. यहां मिठाई में कार्यक्रम स्थल पंचायत कार्यालय परिसर में सभी को एक-एक लड्डू दिया जा रहा था.
जब बारी गांव के कमलेश कुशवाहा की आई तो उसे भी लड्डू मिला, लेकिन जब उसने दोबारा लड्डू मांगा तो उसे मना कर दिया गया. इस बात से नाराज़ ग्रामीण ने सीएम हेल्पलाइन पर इसकी शिकायत कर दी.
शिकायत में क्या कहा गया?
ग्रामीण ने सीएम हेल्पलाइन पर फोन कर कहा, "पंचायत में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में ग्रामवासियों को लड्डू नहीं दिए जा रहे हैं जिससे बड़ी समस्या हो रही है." उस समय तो बात आई और गई, लेकिन जब इस शिकायत के निराकरण की बारी आई तो पंचायत सचिव रोजगार सहायक और सरपंच भी चौंक गए. फिर क्या था... ग्रामीण से संपर्क कर शिकायत बंद कराने का कई बार आग्रह किया गया, लेकिन वह मनाए नहीं मान रहा था.
बाज़ार से दिलाएंगे लड्डू
पंचायत सचिव रवींद्र श्रीवास्तव ने भी बताया कि 15 अगस्त को सभी मौजूद ग्रामवासियों को जीआरएस धर्मेंद्र के द्वारा एक-एक लड्डू का वितरण किया जा रहा था. कमलेश ने दो लड्डू मांगे तो जीआरएस ने मना कर दिया था, ताकि लड्डू कम ना पड़ जाएं. शायद इसी बात का उसे बुरा लग गया. हालांकि, अब पंचायत की ओर से दुकान से लड्डू खरीदकर कमलेश को दिलवाए जाएंगे.